की करिए करतार विच बुढापे दे
कोई ना लेंदा सार विच बुढापे दे,
1. थक जांदी है काया सारी,
लग जांदी है सभी बीमारी
खांसी, दर्द, बुखार विच बुढापे दे ....
2. नुंह नहीं सुणदी पुत नहीं सुणदा,
कोई साढी गल नी सुणदा
लाहणे मिले हजार विच बुढापे दे....
3. चंगा खाना कोई ना देंदा
कोई लाके दवा नी देंदा
चला जा तुं हरिद्वार विच बुढापे दे...
4. राधेश्याम का भजन कर लो,
प्रभु नाम की माला जप ल्यो,
तेरा हो जाए बेड़ा पार विच बुढापे दे...
Ki kriye Kartar Vich Budhape de
Punjabi Bhajan Budhapa Beri