मेरी झोली छोटी पड़ गई रे, इतना दिया मेरे बाबा
1. मेेरे घर मैं था घणा टोटा
इब सेठ बणा दिया मोटा
गाड़ी पै गाड़ी अड़ गई रे, इतना दिया मेरे बाबा
2. मैं तेरा नाम जपूं सूं
बाबा बाबा रटूं सूं
तेरे नाम की मस्ती चढ गई रे, इतना दिया मेरे बाबा
3. जब मेहंदीपुर मैं आया
मेरी आनंद होगी काया
तेरे नाम की मस्ती चढ़ गई रे, इतना दिया मेरे बाबा
4. मैं तो जीवन मैं दुख पाता
जे तेरी शरण मैं ना आता
नजर मेहर की पड़ गई रे, इतना दिया मेरे बाबा