हो गुरू गोरख जी नाथ आज मैं आगी थारी शरण के म्हां 
हो बाबा जी...
हो बाबा जी...
1.	बारह साल हो लिए बाबा जब तैं ब्याही आई-2
ताने सुण सुण दुनियां के मैं बहोत घणी दुख पाई-2
मेरी गोदी मैं लाल खिलादे, रहल्यूं दास चरण के म्हां .....
ताने सुण सुण दुनियां के मैं बहोत घणी दुख पाई-2
मेरी गोदी मैं लाल खिलादे, रहल्यूं दास चरण के म्हां .....
2. अपरंपार सै माया थारी शंकर के अवतारी हो-2
जे बाबा थारी मेहर फिरै तै बणज्या अगत हमारी हो-2
वंश की बेल चलादे बाबा धर दिया शीश धरण के म्हां .....
3. मन मैं आशा जागी बाबा जब तै सुणी थारे आवण की
बागां के म्हां आकै बाबा थारे दर्शन पावण की
इतना कहण पुगादे बाबा.. रहल्यूं थारे प्रण के म्हां.....
4. बेटे बिन इस दुनियां मैं भला कोण सहारा हो सै-2
बेटे का दुख बाबा जी यो सबतै भार्या हो सै-2
कहै धानियां दया करो, ना घालूं घाट भजन के म्हां .....