मेरा होया गुरु जी सै प्यार, बधाई बांटूंगी
1. दिन रात नींद नहीं आवै री, मुझे कुछ भी नहीं सुहावै री
मैं कर रही सोच विचार, जगत सै मैं नाटूंगी ........
2. मेरे झाल प्रेम वाली उठे री, मेरे अनंत रहलवे छूटे री
मैं कर सोलह श्रृंगार, उन्हें के मैं चाटूंगी ........
3. मेरा ऐसा पति लड़ लावेरी, जो जाम जाम मर जावेरी
वर वारुं विश्म्भर नाथ, रण्डापा नहीं काटूंगी ........
4. मेरे भाग पूर्बले जागे री, मेरे भ्रम भूत भय भागे री
यूं गा रही मीरा दास, के दिल न डाटूंगी ........