हवा गगन मैं घूम रही, मेरे बाबा की
1. भगता मैं ऊंचा नाम तेरा सै
मेहंदीपुर मैं धाम तेरा सै
साथी खाटू श्याम तेरा सै
भवन मैं पेशी झूम रही, मेरे बाबा की ....
2. अंजनी मां का जाया सै यो
घाटे के म्हां आया सै यो
टोया जिसनै पाया सै यो
माच जगत मैं धूम रही, मेरे बाबा की ....
3. तेरे भवन पै शीश झुकावै
श्रद्धा करके फूल चढावै
तेरे नाम की अर्जी लावै
भवन पै जनता झूम रही, मेरे बाबा की ....
4. कहै मुरारी सत का शरणा
तेरे भवन पे धर दिया धरना
तन्नै बाबा सब कुछ करणा
तेरी भक्ति मैं दुनियां रुम रही, मेरे बाबा की ....