चिमटा गाड दिया गोरख नै, माई हिलता कोन्या री
गुरु मछेंद्र का सूं चेला
इस चिमटे का खेल अलबेला
ऐसे आशीर्वाद गुरु का, सबने मिलता कोन्या री
इस चिमटे का ढंग सै न्यारा
हारे नै यो देवे सहारा
इसका रोग कसूता सै, सबपै झलता कोन्या री
धूणे आले चिमटे आगे
भूत भूतनी डर डर भागे
जिसके आगे गोरख जोर, किसी का चलता कोन्या री
भंवरलाल चिमटे का चाला
दूलीचंद खुद देखण आला
गुरु के ज्ञान बिना कोई फलता कोन्या री
गुरु मछेंद्र का सूं चेला
इस चिमटे का खेल अलबेला
ऐसे आशीर्वाद गुरु का, सबने मिलता कोन्या री
इस चिमटे का ढंग सै न्यारा
हारे नै यो देवे सहारा
इसका रोग कसूता सै, सबपै झलता कोन्या री
धूणे आले चिमटे आगे
भूत भूतनी डर डर भागे
जिसके आगे गोरख जोर, किसी का चलता कोन्या री
भंवरलाल चिमटे का चाला
दूलीचंद खुद देखण आला
गुरु के ज्ञान बिना कोई फलता कोन्या री