मां आई दहाड़ के संकट पै

 मां आई दहाड़ के संकट पै, जब भेंट देई महाकाली की

1. संकट नै घणा विघ्न मचाया
बेसुध करदी मेरी काया
फिर दया हुई मुझ निर्धन पै, जब भेंट देई महाकाली की

2. पांच पतासे लौंग का जोड़ा
मदिरा का मन्नैं भोग दिया थोड़ा
मेरे छाई खुशियां कण कण मैं, जब भेंट देई महाकाली की

3. जब छोह मैं आवै मेरी माता
इसका रुप ना देख्या जाता
सब रोग दोष भागे पल मैं, जब भेंट देई महाकाली की

4. मां के गल मुंडन की माला
जीव्हा लाल और रुप है काला
मन्नैं होगे दर्शन स्वप्न मैं, जब भेंट देई महाकाली की

5. राकेश कौशिक मां नैं ध्यावै
राजू शर्मा महिमा गावै
मां काली आगी कीर्तन मैं, जब भेंट देई महाकाली की

Ma Aayi Dahad Ke Sankat Pe
Singer & Writer Raju Sharma Dighliya ( Dighal Wale )

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Peshi Bhajan Maha Kali lyrics in Hindi

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