मुसाफिर जागते रहना, नगर में चोर आते हैं
1. सम्भालो माल अपने को, बांध के धरो सिराहने में
जरा सी नींद गफलत की, झपट गठड़ी उठाते हैं .......
2. कपट का यहां चलना सभी ब्यौहार दिन राती
दिखा कर मूरतें सुंदर, जाल में वो फंसाते हैं .......
3. भरोसा नहीं करना किसी का इस जगह दिल में
लगा कर प्रीत मतलब की, फेर पल में हटाते हैं .......
4. ठिकाना है नहीं कायम, किसी का इस सराय में
वो ब्रह्मानंद दिन दिन मैं, सभी चल चल के जाते हैं .......
Krishan Khatana Bhajan Lyrics in Hindi
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