चेले रही भूख कालजा काट, तूं भिक्षा ल्यावैगा के ना

 तर्ज: हो बाबा तेरी हो रही जय जयकार जगत मैं डंका बाज रहा

चेले रही भूख कालजा काट, तूं भिक्षा ल्यावैगा के ना

1. सुणो शिष्य धर्म की वाणी
चाहिए गुरु की टहल बजाणी
हो चेले, ले गुरु बचन की आड, तूं अलख जगावैगा के ना...

2. या नींद भूख ना बस की
हम आस करां अड़े किस की
हो चेले, तज काया तै सुस्ती त्याग, तूं फेरी लावैगा के ना....

3. तूं जाईए तावल करके
ल्याईए भिक्षा तूं फिर फिरके
हो चेले, तेरे धर्म कर्म की लाग, तूं धर्म निभावैगा के ना...

4. जो गुरु वचन पै डटज्या
सब बंधन उसके कटज्या
हो चेले, उठ गुरु चरण मैं जाग, तूं ध्यान लगावैगा के ना....

5. करो रामकिशन गुरु सेवा
गुरु चार पदार्थ देवा
हो चेले, लड़े गुरु भजन का नाग, तूं टहल बजावेगा के ना....

Guru Gorakh nath Bhajan Lyrics in hindi Bol Bhajan 

BOL BHAJAN