बाबा तन्नैं करणी होगी पार, मेरी तो टूटी सी नैया

 बाबा तन्नैं करणी होगी पार, मेरी तो टूटी सी नैया


1. नाव पुरानी सागर भारी

डगमग डगमग डोले सारी

बाबा या तो पड़ी बीच मझधार, मेरी तो टूटी सी नैया


2. देख्या जग का सकल नजारा

बिन मतलब ना कोए हमारा

दाता तन्नैं अजब रचाया संसार, मेरी तो टूटी सी नैया


3. झाल जबर है दूर किनारा

तुम बिन कोई ना खेवन हारा

बाबा मेरा भ्रम का भार, मेरी तो टूटी सी नैया


4. थारे चरणों मैं ला लेई सुरती

मन मंदिर मैं बस गई मुरती

बाबा चाहे दुनियां कहे हजार, मेरी तो टूटी सी नैया


5. केवल आशा हरिराम की

लाज राखियो मुंशीराम की

बाबा मेरे बिगड़े दियो सुधार, मेरी तो टूटी सी नैया

BOL BHAJAN