बणियो वीर लड़ाका साधो बणियो वीर लड़ाका

 बणियो वीर लड़ाका साधो बणियो वीर लड़ाका
यम नै मार जीत जाओ युद्ध फेर खेलो खेल ज्ञान झड़ाका

1. शील संतोष दया सत धीरज यह शस्त्र झगड़े का
इनको बांध खडय़ा हो रण मैं पीस के जाड़ कड़ाका........

2. बर्छी विचार क्रोध के मारो करता नित की टांका
बड़े बड़े भक्तां नै ठगिया, फंद रोप स्वर्गां का ........

3. त्याग तलवार लोभ के मारो, आठ संगाती जांगा
रीस झुठ दुतिया और निन्दिया, तिमर मिटादे ताका ........

4. मोह मलेश पार्थी पूरा, जाल बिछा अण राख्या
सिद्ध साधक और पीर ओलिया, सब ने जाल मैं नाख्या........

5. सत की छूरी जाल संतां काट्या, बंधन छुड़ाया जीवां का
भोला गर रिपु दल जितिया, शिष्य भोज दरिया का 


BOL BHAJAN FOR NEW HINDI HARYANVI RAJASTHANI BHAJAN SHABAD LYRICS 

BOL BHAJAN