री महाकाली तेरा सच्चा सै दरबार, खेल के संकट काटे नै

 री महाकाली तेरा सच्चा सै दरबार, खेल के संकट काटे नै

1. संकट रुप बदल के आवे
भगत तेरा के नाम बतावे
री महाकाली, तेरी हो रही जय जयकार आण के साटे साटे नैं
         री महाकाली तेरा सच्चा सै दरबार, खेल के संकट काटे नै


2. री कदे बणज्या पीर मसानी
री तेरी पडग़ी मेहर लगानी
री महाकाली, ना पड़ती दिखे पार, आज गुण अवगुण छांटे नै
         री महाकाली तेरा सच्चा सै दरबार, खेल के संकट काटे नै


3. री मां संगत देखे सारी
आज मां के होगी लाचारी
री महाकाली, आ देके नै किलकार, भगत के दिल नै डाटे नै
         री महाकाली तेरा सच्चा सै दरबार, खेल के संकट काटे नै


4. हो या राज भगतनी गावे
झूमके संकट काटण आवे
री महाकाली, अशोक भगत लाचार गुहनियां नैं खुशियां बांटे नैं
         री महाकाली तेरा सच्चा सै दरबार, खेल के संकट काटे नै

Ri Mahakali tera sacha darbar 


Maha Kali Bhajan Lyrics in Hindi

maa kaali bhajan in hindi

Jagran bhajan 

maa kali ke bhajan

 

BOL BHAJAN