मरघट आली खोल दिए, री मेरे पित्तर बंधे पड़े सै
1. थान बनाया, ज्योत जगाई पित्तर दिए दिखाई ना
घोड़े आले बिना कालका, मेरी हो मनचाई ना
मां मन्नें कितने बोल दिए .... री मेरे पित्तर बंधे पड़े सै
2. दुनिया कैसा पित्तर काली, लाग्या कोन्या हाथ मेरे
परछाई तक दिख्या करती हरदम रहै था साथ मेरे
मरघट आली खोल दिए .... री मेरे पित्तर बंधे पड़े सै
3. पित्तर बिन घर सूना हो, भूतां का हो डेरा री
खोल दिए मेरे पित्तर काली, गुण भूलूं ना तेरी री
मरघट आली खोल दिए .... री मेरे पित्तर बंधे पड़े सै
4. लगरी आस तेरे मैं काली संकट सारा दूर करो
भजना मैं तेरी लाऊं हाजरी मां काली मंजूर करो
मरघट आली खोल दिए .... री मेरे पित्तर बंधे पड़े सै
5. जे तन्नैं पित्तर ना खोल्या ते मोटा हो बिघन मैया
अशोक भगत भी के करलेगा काम करे ना गण मैंया
मरघट आली खोल दिए .... री मेरे पित्तर बंधे पड़े सै
marghat aali khol diye mere pita bande pade
Maha Kali Bhajan Lyrics in Hindi
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Jagran bhajan
maa kali ke bhajan