म्हारे जागरण मैं आईए,
म्हारे जागरण मैं आईए तेरी ज्योत जगाई री
हलवे का प्रसाद बणाया देबी माई री
म्हारे जागरण मैं आईए तेरी ज्योत जगाई री
हलवे का प्रसाद बणाया देबी माई री
1. सुंदर सा दरबार री मैया भगतों ने सजाया
श्रृद्धा से भगतों ने मैया फूलो का हार बणाया
मनमोहक रुप बनाया चुनड़ी लाल उढाई री .....
2. भगत भगतनी मिलकै मैया दर तेरे पै आए
ध्वजा नारियल फल मेवा मां तेरी भेंट चढाए
कोई नाच रहया कोई गाए भवन मैं धूम मचाई री .....
3. कोई पुकारे जगदम्बे कोई कहता पहाड़ों वाली
वैष्णों माता कहके बोले कोई गुडग़ामेंं वाली
बेरी बनभौरी वाली, तन्नैं मनसा माई री ....
4. दयाचंद भी शाम सवेरे जपता तेरी माला
कोयल की ज्यंू भजन सुणाते टोनी करे गुजारा
रामभगत शामड़ी आला, करता कविताई री ....
Mhare Jagran Me aayiye Teri Jyot Jagai Ri
Halwe ka Parsad Banaya Devi Mai ri
Singer Narener Kaushik Samchana wale
Writer Rambhagat
Mata Sherawali Bhajan lyrics in Hindi
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