हे दुर्गे मात सुण मेरी बात

 तर्ज: यार दोबारा नहीं मिलने

हे दुर्गे मात सुण मेरी बात, कद मेरे घर तूं आवेगी
तेरा करया जागरण मैया री, कद आके पार लगावैगी

1. गुडग़ामां रोहतक बेरी मैं ढूंढी कटरा दहमी मैं
तेरा दर्शन पावन खातर बण बैठया मां बहमी मैं
तेरा नाम रटया ना जावै हटया, कद चरणां का दास बनावैगी

2. श्रीधर के घर कन्यारुप मैं, आकै दर्श दिखाया था
भैरव साधु होया दीवाना, माया समझ ना पाया था
उसका शीश कट्या जब मां मां रटया, के बेरा था संग पुजवावैगी

3. हलवा पूरी खीर बणाई, आकै भोग लगाईए मां
होज्यागी शुद्ध मेरी झोपड़ी, नौं कन्या संग ल्याईए मां
लाल चुंदरिया जयपुर की कद मैया ओढ दिखावैगी

4. कप्तान शर्मा करता पूजा इस्माईला हरियाणे मैं
रामअवतार रोहिणी आला कौशिक रह तेरे गाणे मैं
तेरा भजन करुं और नमन करु, कद कीर्तन के म्हां गावैगी

Bolbhajan.com
Bhajan : Durge Maat Sun Meri Baat Nirdhan Ke Ghar Kad aavegi
Tera Karya Jagran Maiya Ri Kad aake Darsh Dikhavegi

Singer : Narender Kaushik
Writer : Kaptan Sharma 

Mata Sherawali Bhajan lyrics in Hindi

All New Mata Sherawali Bhajan Available in www.bolbhajan.com

BOL BHAJAN